New MSP Rate: केंद्र सरकार ने दिवाली से पहले किसानों को बड़ी राहत देते हुए रबी फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी की है। 16 अक्टूबर 2024 को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में रबी सीजन 2025-26 के लिए 6 मुख्य फसलों की MSP में वृद्धि का निर्णय लिया गया। यह कदम देश के करोड़ों किसानों की आय में सुधार लाने और उनकी फसलों के बेहतर दाम सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। MSP में यह बढ़ोतरी किसानों की लागत से 50% अधिक सुनिश्चित करने की नीति के तहत की गई है, जिससे उन्हें उनकी मेहनत का उचित मुआवजा मिल सकेगा।
सरकार का किसानों के प्रति बड़ा कदम
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मोदी सरकार ने हमेशा किसानों के कल्याण को प्राथमिकता दी है, और यह MSP बढ़ोतरी उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि यह फैसला किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने और कृषि क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए उठाया गया है। इस बार की MSP वृद्धि से गेहूं, सरसों, चना, जौ, मसूर और कुसुम जैसी प्रमुख फसलों के उत्पादक किसानों को सीधा लाभ पहुंचेगा।
MSP क्या होता है?
न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) वह दर है जिस पर सरकार किसानों से उनकी फसल खरीदती है, भले ही बाजार में उस फसल की कीमत कितनी भी हो। यह सरकार द्वारा किसानों की आय की सुरक्षा के लिए बनाई गई नीति है ताकि उन्हें उनकी फसलों का उचित दाम मिल सके और बाजार की कीमतों में उतार-चढ़ाव से उनकी आय प्रभावित न हो। MSP का निर्धारण किसानों की फसल उत्पादन लागत, बाजार के हालात, और कृषि विशेषज्ञों की सिफारिशों को ध्यान में रखकर किया जाता है।
रबी फसलों की MSP में वृद्धि
सरकार ने रबी फसलों के लिए इस बार MSP में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जिससे किसानों को अपनी फसलों के लिए बेहतर कीमत मिलेगी। गेहूं की MSP में 150 रुपये, सरसों की MSP में 300 रुपये, और चना की MSP में 210 रुपये की वृद्धि की गई है। इस वृद्धि से किसानों को उनकी लागत के मुकाबले 50% अधिक मूल्य मिलने की गारंटी है।
![किस फसल में कितनी MSP बढ़ी?](https://www.moneywl.com/wp-content/uploads/2024/10/How-much-MSP-increased-in-which-crop.webp)
किस फसल में कितनी MSP बढ़ी?
- गेहूं: अब 150 रुपये बढ़कर MSP ₹2,425 प्रति क्विंटल हो गई है, जो पहले ₹2,275 थी।
- चना: चना की MSP में 210 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जिससे यह अब ₹5,650 प्रति क्विंटल हो गई है।
- जौ: जौ की MSP अब ₹1,980 प्रति क्विंटल कर दी गई है, जो पहले ₹1,850 थी।
- मसूर (लेंस): मसूर की MSP ₹6,700 प्रति क्विंटल हो गई है, जिसमें 275 रुपये की वृद्धि हुई है।
- कुसुम (सफ्लॉवर): कुसुम की MSP ₹5,940 प्रति क्विंटल कर दी गई है, इसमें 140 रुपये की वृद्धि की गई है।
- सरसों: सरसों की MSP में सबसे अधिक 300 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, जिससे अब यह ₹5,950 प्रति क्विंटल हो गई है।
किसानों के लिए क्या है इस फैसले का महत्व?
यह MSP वृद्धि किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत है, खासकर उन किसानों के लिए जो रबी सीजन में गेहूं, सरसों और चना जैसी फसलें उगाते हैं। बढ़ी हुई MSP से किसानों को बेहतर दाम मिलेंगे, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी होगी और वे अपने परिवार की बेहतर आर्थिक स्थिति सुनिश्चित कर सकेंगे। साथ ही, सरकार द्वारा फसल की कीमत लागत से 50 प्रतिशत अधिक रखने का वादा किसानों के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करेगा।
अंत में मोदी सरकार का यह फैसला न केवल किसानों को राहत प्रदान करता है बल्कि कृषि क्षेत्र में स्थिरता और विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम है। रबी फसलों की MSP में बढ़ोतरी से किसानों की आय में सुधार होगा और देश की खाद्य सुरक्षा भी मजबूत होगी।
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